दिनांक : 03 दिसम्बर 2025

दिनांक : 03 दिसम्बर 2025

आज का पंचांग   


सूर्योदय का समय : प्रातः 06:58

सूर्यास्त का समय : सायं 05:24

 

चंद्रोदय का समय : दोपहर 03:43

चंद्रास्त का समय : प्रातः 06:07 (04 दिसम्बर)


तिथि संवत :-

दिनांक - 03 दिसम्बर 2025

मास - मार्गशीर्ष

पक्ष - शुक्ल पक्ष

तिथि - त्रयोदशी बुधवार दोपहर 12:25 तक रहेगी

अयन -  सूर्य दक्षिणायण

ऋतु -  हेमन्त ऋतु

विक्रम संवत - 2082

शाके संवत - 1947

सूर्यादय कालीन नक्षत्र :-

नक्षत्र - भरणी नक्षत्र सायं 05:59 तक रहेगा इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र रहेगा

योग - परिघ योग सायं 04:57 तक रहेगा इसके बाद शिव योग रहेगा

करण - तैतिल करण दोपहर 12:25 तक रहेगा इसके बाद गर करण रहेगा

ग्रह विचार :-

सूर्यग्रह - वृश्चिक

चंद्रग्रह - मेष

मंगलग्रह - वृश्चिक

बुधग्रह - तुला

गुरूग्रह - कर्क

शुक्रग्रह - वृश्चिक

शनिग्रह - मीन

राहु - कुम्भ

केतु - सिंह राशि में स्थित है

* शुभ समय *

अभिजित मुहूर्त :-

आज अभिजित मुहूर्त नहीं है

सर्वार्थ सिद्धि योग :-

सायं 05:59 से प्रातः 06:59 (04 दिसम्बर) तक  रहेगा

रवि योग :-

सायं 05:59 से प्रातः 06:59 (04 दिसम्बर) तक  रहेगा

विजय मुहूर्त :-

दोपहर 01:55 से दोपहर 02:37 तक  रहेगा

गोधूलि मुहूर्त :-

सायं 05:21 से सायं 05:49 तक  रहेगा

निशिता मुहूर्त :-

रात्रि 11:44 से रात्रि 12:38 तक  रहेगा

ब्रह्म मुहूर्त :-

प्रातः 05:09 से प्रातः 06:04 तक रहेगा


* अशुभ समय * 

राहुकाल :-

दोपहर 12:11 से दोपहर 01:29 तक  रहेगा

गुलिक काल :-

प्रातः 10:53 से दोपहर 12:11 तक  रहेगा

यमगण्ड :-

प्रातः 08:16 से प्रातः 09:34 तक  रहेगा

दूमुहूर्त :-

प्रातः 11:50 से दोपहर 12:32 तक  रहेगा

वर्ज्य :-

प्रातः 04:27 (04 दिसम्बर) से प्रातः 05:50 तक  रहेगा

दिशाशूल :-

उत्तर दिशा की तरफ रहेगा यदि जरुरी हो तो दूध  पीकर यात्रा कर सकते है

चौघड़िया मुहूर्त :-

दिन का चौघड़िया 

प्रातः 06:58 से 08:16 तक लाभ का

प्रातः 08:16 से 09:34 तक अमृत का

प्रातः 09:34 से 10:53 तक काल का

प्रातः 10:53 से 12:11 तक शुभ का

दोपहर 12:11 से 01:29 तक रोग का

दोपहर 01:29 से 02:47 तक उद्वेग का

दोपहर बाद 02:47 से 04:06 तक चर का

सायं 04:06 से 05:24 तक लाभ का चौघड़िया  रहेगा


रात का चौघड़िया

सायं 05:24 से 07:06 तक उद्वेग का

रात्रि 07:06 से 08:48 तक शुभ का

रात्रि 08:48 से 10:29 तक अमृत का

रात्रि 10:29 से 12:11 तक चर का

अधोरात्रि 12:11 से 01:53 तक रोग का

रात्रि 01:53 से 03:35 तक काल का

प्रातः (कल) 03:35 से 05:17 तक लाभ का

प्रातः (कल) 05:17 से 06:59 तक उद्वेग का चौघड़िया रहेगा